AAZAN अज़ान
अज़ान क्यो ओर केसै दी जाती है
शहर मदीना में जब मस्जिद तामीर की गई तो लोगों को
नमाज के लिए किस तरह इत्तेला दी जाए या बुलाया जाए इस बात पर राय मश्विरा किया
गया जिसमें सबने अलग अलग राय पेश की लेकिन पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्ललाहो
अलैह वसलम ने यहूद व नसारा की तरह होने की वजह से रदद कर दी उस रात अंसार के दो शख्सों
हजरत अब्दुल्लाह बिन जैद ओर हजरत उमर बिन खात्ताब को रात में अल्लाह ने फरिश्तों
के जरिए ख्वाब में अजान का तरीका सिखाया इनमें से हजरत अब्दुल्लाह बिन जैद
ने ये तरीका रात को ही नबी ए करीम पैगम्बर हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैह वसलम को
बताया जिस पर आप ने हजरत बिलाह रजिअल्लाह तआला अनहू को उस तरीके से अजान देने
का हुक्म दिया
कितनी बार
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अरबी में इस
तरह पढा जाता है
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Hindi
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4 बार
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अल्लाहु अकबर
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ईश्वर सबसे बडा
है
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2 बार
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अशहदू अल्लाह
इलाहा इल्ललाह
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में गवाही देता
हूं ईश्वर के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं
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2 बार
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अशहदू अन्ना
मोहम्मद उर रसूलल्लाह
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में गवाही देता
हूं पैगम्बर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैह वसल्लम ईश्वर के मैसेंजर हैं
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2 बार
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हयया अलस सलाह
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आओ नमाज़ की
तरफ
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2 बार
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हयया अलल फलाह
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आओ कामयाबी की तरफ
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2 बार
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अल्लाहु अकबर
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ईश्वर सबसे बडा
है
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1 बार
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ला इलाहा इल्ललाह
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ईश्वर के सिवा
कोई पूजा के लायक नहीं
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