हदीस पाक
हज़रत अबू हुरैरा से रिवायत है कि पैग़म्बर मोहम्मद ﷺ ने फरमाया "कौन है जो
मुझसे ये बातें सीखे, फिर उन पर अमल करें या उन लोगों को सिखाए जो उन पर
अमल करें"। हज़रत अबू हुरैरा (Radhi allahu tala unhou) फरमाते हैं, मैंने अर्ज़ किया या अल्लाह के रसूल
मैं तैयार हूँ। आप ﷺ ने (मोहब्बत की वजह से) मेरा हाथ अपने मुबारक हाथ में
ले लिया और गिन कर ये पांच बातें फरमाई (1) हराम से बचो, तुम सबसे बड़े
इबादत गुज़ार बन जाओगे (2) अल्लाह ने जो कुछ तुम्हें दिया है उस पर राजी रहो
तुम सबसे बड़े ग़नी बन जाओगे। (3) अपने पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करो तुम
मोमिन बन जाओगे। (4) जो अपने लिए पसन्द करो वही दूसरों के लिए पसन्द करो
तुम कामिल मुसलमान बन जाओगे। (5) ज़्यादा हंसा न करो, क्योंकि ज़्यादा हँसना
दिल को मुर्दा कर देता है।
(तिर्मिज़ी)